बिहार के इस जिले में 1 लाख लीटर क्षमता का डेयरी प्लांट, रोजगार का भी मौका; कितनी होगी लागत
संयंत्र की कुल परियोजना राशि 54.64 करोड़ रुपया है। इसका क्षेत्रफल 10.81 एकड़ है। इसका क्षेत्रफल 10.81 एकड़ है। इसके 7197 वर्ग मीटर में विधायक संयंत्र, प्रशासनिक भवन, सर्विस ब्लॉक, पीटीपी भंडार इत्यादि का निर्माण किया जाएगा।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को गोपालगंज जिले के कटेया प्रखंड के बैरिया गांव में एक लाख लीटर प्रतिदिन क्षमता के दुग्ध उत्पादन संयंत्र का शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि आज यहां दुग्ध उत्पाद संयंत्र का शिलान्यास किया गया है। इसका काम निर्धारित समय सीमा के अंदर पूर्ण कराएं। इसका काम पूरा हो जाने से आसपास के इलाके के लोगों को काफी फायदा मिलेगा।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यावरण को संरक्षित रखना हम सभी का दायित्व है। जल और हरियाली के बीच ही जीवन सुरक्षित है। इसे ध्यान में रखते हुए हमलोगों ने जल-जीवन-हरियाली अभियान की शुरुआत कराई। शिलान्यास के क्रम में अधिकारियों ने दुग्ध उत्पाद संयंत्र से आसपास के इलाके के पशुपालकों को होने वाले लाभ एवं लोगों को मिलने वाले रोजगार आदि के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।
स्टॉल का निरीक्षण भी किया…
मुख्यमंत्री ने पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, कृषि विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, कॉम्फेड, जीविका, शिक्षा विभाग एवं समाज कल्याण विभाग द्वारा लगाए गए स्टॉलों का निरीक्षण किया। कामकाज की समीक्षा की। बैट्री चालित ट्राई साइकिल की चाबी लाभुकों को प्रदान किया। उन्होंने सुधा के उत्पादों डिलाइट दूध, गाय घी, स्पेशल मिष्टी दही आदि का शुभारंभ किया।
54.64 करोड़ रुपये खर्च होंगे…
संयंत्र की कुल परियोजना राशि 54.64 करोड़ रुपया है। इसका क्षेत्रफल 10.81 एकड़ है। इसका क्षेत्रफल 10.81 एकड़ है। इसके 7197 वर्ग मीटर में विधायक संयंत्र, प्रशासनिक भवन, सर्विस ब्लॉक, पीटीपी भंडार इत्यादि का निर्माण किया जाएगा। राज्य सरकार द्वारा लोगों को दुधारू पशुओं की खरीद पर भी अनुदान दिया जा रहा है। गोपालगंज जिले में स्थापित हो रहे इस दुग्ध उत्पादन संयंत्र से न सिर्फ गोपालंगज के किसान बल्कि इससे सीवान व पश्चिमी चंपारण जिले के 50 हजार किसानों को भी लाभ मिलेगा।।
बिस्तार से
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गोपालगंज जिले के कटेया प्रखंड के बैरिया गांव में एक लाख लीटर प्रतिदिन क्षमता वाले दुग्ध उत्पादन संयंत्र का शिलान्यास किया। 53.64 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस संयंत्र से न केवल गोपालगंज, बल्कि सीवान और पश्चिमी चंपारण जिलों के 50,000 से अधिक किसानों को लाभ होगा। इस परियोजना को ग्रामीण अर्थव्यवस्था और दुग्ध उत्पादकों के लिए एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
दुग्ध संयंत्र की विशेषताएं और लाभ